सच्चाई व सादगी के प्रतीक थे चन्द्रशेखर

जयप्रकाश नारायण यादव  


पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर क्षण भर में किसी को प्रभावित कर अपना बना लेने वाले उदार व्यक्तित्व के ध्ानी थे। वह सच्चाई व सादगी के प्रतीक और अपनी ध्ाुन के मतवाले थे। वह अखंड भारत को बांध्ाकर चलने वाले एक महान राष्ट्रीय पद यात्री के रूप में जाने जाते हैं। उनकी पदयात्रा महात्मा गाँध्ाी की पदयात्रा की याद को ताजा कर देती है। वह निर्भिक, स्वाभिमानी और अपनी वाक्यपटुता से जन समुदाय के मन को प्रभावित करने वाले नेताओं की श्रेणी में थे। सामान्य किसान परिवार में पैदा होने वाले चन्द्रशेखर जी ने सड़क से संसद तक का सफर कई बाध्ााओं को पार कर पूरा किया है। वह बड़े से बड़े राजनीतिक शत्रु से भी मित्रवत व्यवहार के लिए जाने जाते थे। वह ध्ाीर, गंभीर और जोखिम से खेलने वाले बेहद मिलनसार इंसान थे। उनके हृदय में राष्ट्रीय असिमता के लिए कुछ कर गुजरने की जबरदस्त ललक थी। उन्हें भोजपुरी भाषा से भारी लगाव था। कुशल प्रशासक होने के साथ ही वह समता और सद्भावना की भावना के पर्याय थे। समाजवादी ध्ाारा से प्रभावित चन्द्रशेखर लोकनायक जयप्रकाशी जी की संपूर्ण क्रान्ति के प्रति प्रतिबद्ध थे। वह कुशल प्रशासक होने के साथ ही प्रगतिशील विचारक थे। ध्ार्मनिरपेक्षता उनके लिए केवल शब्द नहीं, संपूर्ण जीवन शैली थी। मुझे उनके साथ कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने का अवसर मिला। उनके साथ यात्रा करने का भी मौका मिला। इन अवसरों में जिस आत्मीयता का बोध्ा हुआ, उसे भूला नहीं जा सकता है। वह हर वक्त कोई नई सीख देते रहे हैं। श्री चन्द्रशेखर के साथ की एक यात्रा तो हर क्षण याद रहती है। उस वक्त मैं बिहार का शिक्षा मंत्री था। श्री लालू प्रसाद यादव जी मुख्यमंत्री थे। हम लोग हेलीकाप्टर से सिताब दियारा जा रहे थे। हेलीकाप्टर में बैठने के क्रम में ही उन्होंने मुख्यमंत्री की ओर देखकर कहा कि लालू देखो, तुम्हारा एक मंत्री अभी सच्चाई व सादगी के प्रतीक थे चन्द्रशेखर ध् 85 86 ध् राष्ट्रपुरुष चन्द्रशेखर तक काम नहीं किया। आदरणीय लालू जी ने कहा, तुरंत करो। छोटा सा काम था सिताबदियारा के नोटिफिकेशन का। हमने मंगाकर श्री चन्द्रशेखर जी को दे दिया। यात्रा के दौरान की उन्होंने ही मुख्यमंत्री से मेरी प्रशंसा की कि लालू, तुम्हारा मंत्री ठीक है, कुशल है। ऐसा था श्री चन्द्रशेखर जी का व्यक्तित्व। इसलिए वह मर कर भी अमर हैं। उनकी गाथा हमेशा देशवासियों को दिशा निर्देश देती रहेगी। खासतौर से युवा पीढ़ी उनके जीवन से बहुत कुछ सीख सकती है।

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